Basic Shiksha News:
यह खबर देश के प्रतिष्ठित समाचार पत्र हिंदुस्तान द्वारा प्रमुखता से उठाई गई है।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत सामान्य शिक्षक भले ही अंतरजनपदीय तबादले के लिए तरस रहे हों लेकिन ऊंची पहुंच रखने वाले शिक्षकों का पिछले दरवाजे से बेधड़क तबादला हो रहा है। घरेलू समस्याओं, परिजनों के गंभीर रूप से बीमार होने समेत अन्य कारणों से अपने गृह जनपद या आसपास के जिले में तैनाती के लिए सैकड़ों परिषदीय शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी हर बार तबादले की कोई नीति न होने का बहाना बनाकर इनके आवेदन निरस्त करते रहे लेकिन कुछ खास शिक्षकों को चुपके से मनपसंद जिले में भेज दिया गया। हालांकि मानव संपदा पोर्टल ने इस खेल का खुलासा कर दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2019 में शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले की प्रक्रिया शुरू हुई थी और कानूनी लड़ाई के बाद मार्च 2021 में तैनाती मिल सकी थी। पूर्व के वर्षों में भी ऊंची पहुंच वाले शिक्षकों के नियम-कानून ताक पर रखकर ऑफलाइन तबादले होते रहे हैं।
● लंबे समय से नहीं हुए शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले
● कई स्कूल के शिक्षकों का अंदरखाने हो गया स्थानांतरण
● मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों की सूचना से खुलासा
बलरामपुर के प्राथमिक विद्यालय पिपरा खास में 30 अगस्त 2016 को नियुक्त शिक्षिका शिखा कनौजिया का चार जनवरी 2023 को आगरा तबादला हो गया। उन्होंने छह जनवरी को कार्यभार भी ग्रहण कर लिया। शिखा का गृह जनपद कानपुर नगर है।